सादगी के साथ मनाया गया ‘चेतना दिवस
श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी ने 74वें जन्मदिवस पर कहा-
गुरु देव के प्रति समर्पण एवं विश्वमानवता की सेवा मेरे जीवन का परम सौभाग्य है।
मानव जीवन परमात्मा की अनमोल धरोहर है। यह विश्व उसी परमात्मा का विराट रूप है। विश्व की, विश्वमानवता की सेवा करते हुए जीवन का हर पल बीते, इसी में जीवन की सार्थकता है। मैं परम पूज्य गुरूदेव एवं परम वंदनीया माताजी के सान्निध्य में अपना जीवन समाज के लिए समर्पित कर सका, यह मेरे जीवन का परम सौभाग्य है। - श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी
विश्वमानवता में परिवर्तन की अंत:स्फुरणा जगाने वाली युगांतरीय चेतना के संवाहक, परम पूज्य गुरूदेव के क्रान्तिकारी विचारों के विस्तारक, अखिल विश्व गायत्री परिवार के प्रमुख एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी का जन्मदिवस- रूप चतुर्दशी हर वर्ष ‘चेतना दिवस’ के रूप में मनाया जाता है। शान्तिकुञ्ज, देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिवार इस दिन श्रद्धेय के जीवन की ऐतिहासिक उपलब्धियों, महान कर्त्तृत्वों और अमृततुल्य प्रेरणाओं को संवाद, सांस्कृतिक कार्यक्रम, फिल्मांकन, सोशल मीडिया जैसे माध्यमों से उकेरता रहा है। विश्व के लाखों लोग उनके जीवन को प्रकाशित रखने वाले ‘जीवनदीप’ श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी को अपनी शुभकामनाएँ भेजते रहे हैं। इस वर्ष आयोजित चेतना दिवस समारोह के माध्यम से श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी ने अपना 74वाँ जन्मदिन अत्यंत सादगी के साथ मनाया। श्रद्धेया शैल जीजी सहित समस्त शान्तिकुञ्ज, ब्रह्मवर्चस एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय परिवार ने उनसे व्यक्तिगत भेंट कर अपनी शुभकामनाएँ दीं। यह शुभकामनाएँ पुष्पगुच्छ, गीत, कविता, फोटो एल्बम तथा शुभकामना संदेशों के साथ गूँथी गई थीं। अत्यंत उल्लसित हृदय एवं पुलकित मन के साथ श्रद्धेय को शुभकामनाएँ देने एवं श्रद्धेयद्वय के आशीर्वाद लेने का क्रम लगभग चार घंटे तक चलता रहा। श्रद्धेय डॉ. साहब ने अपने 74वें जन्मदिन के उपलक्ष्य में दीपयज्ञ किया, जिसमें आदरणीय डॉ. चिन्मय जी, आदरणीया शेफाली जीजी, बिटिया आहुति, स्तुति सहित शान्तिकुञ्ज परिवार के वरिष्ठ जन शामिल रहे।
पूरे विश्व से मिले शुभकामना संदेश
श्रद्धेय डॉक्टर प्रणव पण्ड्या जी के जन्मदिन के उपलक्ष्य में देश-विदेश में सेवापरक कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। लाखों लोगों ने विभिन्न सोशल मीडिया पटलों के माध्यम से श्रद्धेय को अपने शुभकामना संदेश भेजे, जिनमें उनके स्वस्थ, दीर्घ एवं प्रकाशपूर्ण जीवन की कामना की गई है।