मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश के अनेक गायत्री शक्तिपीठों में पहुँचा युग चेतना का प्रवाह
देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रति कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी दिनांक 7 से 10 नवम्बर की तिथियों में मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के प्रवास पर थे। इन चार दिनों में उन्होंने दतिया, दमोह, पड़खुरी, मऊ एवं गाजीपुर में भूमिपूजन, प्राण प्रतिष्ठा, लोकार्पण के बड़े समारोहों में भागीदारी की। इन चार दिनों में मुख्य कार्यक्रमों के अलावा रास्ते में कई शक्तिपीठ, शाखाएँ पड़ीं। वे वहाँ रूके, शक्तिपीठ/प्रज्ञापीठों में माँ गायत्री का दर्शन-पूजन किया और समस्त समाज की सुख, शान्ति, प्रगति एवं राष्ट्र के उत्थान की प्रार्थनाएँ कीं। आदरणीय डॉ. चिन्मय जी ने सभी जगह स्वजनों को संबोधित किया। उन्हें परम पूज्य गुरूदेव, परम वंदनीया माताजी, श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी एवं श्रद्धेया शैल् जीजी के साथ आत्मीयतापूर्ण संबंधों की याद दिलायी। अपने प्यार भरे विनम्रतापूर्ण व्यवहार से उन संबंधों का एहसास कराया। वरिष्ठ शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि को अपने बीच पाकर परिजन अत्यंत भावविभोर दिखाई दिये।
ग्वालियर : 7 नवम्बर को प्रवास का शुभारंभ ग्वालियर से हुआ। स्थानीय कार्यकर्त्ताओं और प्रांतीय स्तर के वरिष्ठ जनों ने हवाई अड्डे पर उनका भावभरा स्वागत किया।
मऊरानीपुर : दिनांक 7 नवम्बर को दतिया से टीकमगढ़ की ओर जाते समय गायत्री शक्तिपीठ मऊरानीपुर में पहुँचकर माँ गायत्री के दर्शन किये और स्थानीय परिजनों से भेंटकर उनका उत्साहवर्धन-मार्गदर्शन किया।
टीकमगढ़, बकस्वाहा, दमोह 8 नवम्बर को आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने प्रधानमंत्री कॉलेज ऑफ एक्सीलेंस में हुई जनसभा में पहुँचने से पूर्व गायत्री शक्तिपीठ टीकमगढ़, गायत्री प्रज्ञापीठ बकस्वाहा तथा गायत्री शक्तिपीठ दमोह के दर्शन किये। दमोह में पहुँचने पर वहाँ के डीएम, एडीएम, एसएसपी और गायत्री परिवार के सदस्यों ने उनका भावभरा स्वागत किया। वे दमोह में बड़ी देवी मंदिर भी गए और वहाँ देवी- दर्शन करते हुए सबके उज्ज्वल भविष्य की कामना की।
हटा : अगला पड़ाव दमोह जिले के ही हटा नामक नगर में था। उन्होंने गायत्री शक्तिपीठ हटा में जाकर दर्शन, पूजन किया और परिजनों से भेंट की।
पन्ना : गायत्री शक्तिपीठ पन्ना पहुँचे, दर्शन-पूजन के पश्चात् परिजनों से भेंट-परामर्श का क्रम चला। आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने उन्हें मानव सेवा, वृक्षारोपण स्वच्छता, और सामाजिक सेवा के कार्यों में सहभागिता बढ़ाने का संदेश दिया। उन्होंने कहा कि गुरूदेव के आदर्शों पर चलते हुए लोकमंगल के लिए की गई सेवाएँ ही उनके प्रति सच्ची श्रद्धांजलि है।
आदरणीय डॉ. चिन्मय जी के मध्य प्रदेश एवं उत्तर प्रदेश प्रवास में शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि श्री रामावतार पाटीदार, श्री गोपाल शर्मा व श्री विपुल पटेल तथा जोन समन्वयक श्री राजेश पटेल साथ रहे।
बेलहाई, रीवा : पड़खुरी से पूर्व आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी रीवा जिले में स्थित गायत्री शक्तिपीठ बेलहाई पहुँचे, वहाँ परिजनों के साथ आत्मीयतापूर्ण संवाद कर उनकी श्रद्धा, सक्रियता को नवगति प्रदान की।