आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी का नागपुर में गायत्री शक्तिपीठ दौरा और परिजनों से आत्मीय मुलाकात
मध्यप्रदेश और महाराष्ट्र के अपने पांच दिवसीय प्रवास के तहत आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी नागपुर, महाराष्ट्र पहुंचे। यहाँ उन्होंने नागपुर स्थित गायत्री शक्तिपीठ में दर्शन किए। डॉ. पंड्या जी ने सबसे पहले "प्रखर प्रज्ञा सजल श्रद्धा" का पूजन किया, जिसमें उन्होंने माँ गायत्री के प्रति अपनी श्रद्धा और आस्था व्यक्त की। इसके बाद, उन्होंने गायत्री शक्तिपीठ में माँ गायत्री की आरती की, जिससे वातावरण भक्ति और समर्पण से भर गया।
तत्पश्चात, डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने गायत्री शक्तिपीठ के साधना कक्ष का दर्शन किया। यहाँ उन्होंने साधकों से संवाद किया और उनकी साधना के प्रति उत्साह बढ़ाया। उन्होंने साधकों को अपने जीवन में उच्चतम मानवीय मूल्यों को आत्मसात करने की प्रेरणा दी, साथ ही ध्यान और साधना के महत्व पर भी प्रकाश डाला।
इस अवसर पर, डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने गायत्री परिवार के परिजनों से आत्मीय मुलाकात की और उनके सेवा कार्यों की सराहना की। उन्होंने सभी को प्रेरित किया कि वे अधिक से अधिक सेवा कार्यों में भाग लें और समाज के उत्थान के लिए अपने जीवन को समर्पित करें।
डॉ. चिन्मय पंड्या जी के इस यात्रा से गायत्री परिवार के सदस्य और साधक प्रेरित हुए, और उन्होंने न केवल धार्मिक भावनाओं में वृद्धि की, बल्कि अपने जीवन में सकारात्मक बदलाव लाने का संकल्प लिया।