ज्योति कलश यात्रा सम्मेलन का भव्य आयोजन।
अकल्पनीय सौभाग्य का है यह समय - आद. डॉ. चिन्मय पण्ड्या
परमवंदनीया माताजी भगवती देवी शर्मा एवं ‘दिव्य अखंड ज्योति शताब्दी’ समारोह के उपलक्ष्य में ज्योति कलश यात्रा सम्मेलन (उत्तर प्रदेश) का भव्य आयोजन मृत्युंजय सभागार, देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार में हुआ। इस कार्यक्रम की शोभा बढ़ाने हेतु मुख्य अतिथि के रूप में उत्तर प्रदेश के माननीय परिवहन मंत्री आदरणीय श्री दयाशंकर सिंह जी एवं श्री राम मंदिर तीर्थ क्षेत्र के महासचिव आदरणीय श्री चंपत राय जी एवं शांतिकुंज व्यवस्थापक श्री योगेन्द्र गिरी जी की गरिमामयी उपस्थिति रही।
विशिष्ट अतिथि के रूप में गुरु वंदना मंच के राष्ट्रीय संयोजक सनातन धर्मभूषण श्री राजराजेश्वर गुरुजी, पूर्व IPS व गुरु वंदना मंच के संस्थापक श्री डी.जी. वणजारा जी एवं उत्तर प्रदेश शासन के संस्कृति एवं पर्यटन निदेशालय के असिस्टेंट डायरेक्टर श्री राजेश अहिरवार जी भी उपस्थित रहे।
इस कार्यक्रम की अध्यक्षता अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा प्रतिनिधि एवं देव संस्कृति विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी के द्वारा की गयी। उत्तर प्रदेश के विभिन्न जिलों से आए हजारों गायत्री परिजन इस दिव्य प्रांगण में आयोजित ज्योति कलश यात्रा सम्मेलन के जीवंत पलों के साक्षी बने।
समारोह के इस अवसर पर देसंविवि के आदरणीय प्रतिकुलपति जी ने सभी मुख्य अतिथि एवं विशिष्ट अतिथियों को युगऋषि पं. श्रीराम शर्मा आचार्य जी द्वारा रचित युग साहित्य, गायत्री महामंत्र चादर एवं स्मृति चिह्न आदि भेंटकर सम्मानित किया। इसके साथ ही युगऋषि पूज्य आचार्यश्री की आकृति पर होलोग्राम का भी विमोचन किया गया।