सुप्रसिद्ध तीर्थ नाथद्वारा में गायत्री शक्तिपीठ निर्माण के लिए भूमिपूजन हुआ
पंजाब के राज्यपाल माननीय श्री गुलाबचंद कटारिया, सांसद चुन्नीलाल गरासिया, पूर्व विधायक श्री सीपी जोशी आदि गणमान्यों की उपस्थिति में शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने किया भूमिपूजन
नाथद्वारा, राजसमंद। राजस्थान
नाथद्वारा में गायत्री धाम का निर्माण शहर के समीप मावली रोड पर बनास नदी के किनारे लगभग बीस बीघा से अधिक क्षेत्र की जमीन पर हो रहा है।
महाराणा प्रताप और मीरा की दिव्य भूमि, सुप्रसिद्ध तीर्थ नाथद्वारा में पंजाब के राज्यपाल व चंडीगढ़ के प्रशासक श्री गुलाबचंद कटारिया तथा अनेक संतों, गणमान्यों की उपस्थिति में शान्तिकुञ्ज के वरिष्ठ प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने गायत्री शक्तिपीठ ‘गायत्री धाम’ के निर्माण के लिए भूमिपूजन किया। इस अवसर पर उन्होंने गायत्री शक्तिपीठ नाथद्वारा को परम पूज्य गुरूदेव द्वारा संकल्पित देश के प्रमुख 24 शक्तिपीठों में से एक बताया। भूमिपूजन, शिलान्यास के समय विभिन्न देव स्थानों, तीर्थ स्थलों आदि के साथ पूर्व राजघरानों से आई ईंटों को स्थापित किया गया। आदरणीय डॉ. चिन्मय जी ने भूमिपूजन समारोह में नवयुग की गंगोत्री शान्तिकुञ्ज का दिव्य संदेश देते हुए कहा कि मनुष्य का असली स्वरूप उसके भीतर के देवत्व में निहित है। आज के युग की पुकार है कि उसे उसके देवत्व का स्मरण कराया जाये। जीवन गलत दिशा में चला जाए तो वह प्रेत और पिशाच बन जाता है और उद्देश्य उत्कृष्ट हो, चिंतन प्रामाणिक हो भावनाएँ उदार हों तो व्यक्ति संत, अवतार एवं गुरूदेव के रूप में जाना जाता है। उन्होंने कहा कि गायत्री परिवार अपने विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से इस उद्देश्य को साकार कर रहा है। भूमिपूजन एवं शिलान्यास समारोह के मुख्य अतिथि, पंजाब के राज्यपाल माननीय श्री गुलाबचंद कटारिया ने कहा कि भगवान एकलिंगनाथजी की इस धरा पर, जहाँ श्रीनाथजी का पदार्पण हुआ, उस पवित्र धरती पर इस नए तीर्थ गायत्री धाम का निर्माण हमारे लिए सौभाग्य की बात है। पूर्व विधायक श्री सीपी जोशी समारोह के मुख्य यजमान थे। उन्होंने बताया कि नाथद्वारा में शक्तिपीठ बनाने की कल्पना उत्तराखंड में जाकर हुई और स्थान का चयन किया गया। समारोह को राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ के क्षेत्रीय प्रचारक श्रीवर्धन ने संबोधित करते हुए कहा कि यहां पर एक ऐसा धाम बनेगा, जो आने वाली पीढ़ियों को निरंतर संस्कारित करता रहेगा। मिराज समूह के सीएमडी मदन पालीवाल ने परम पूज्य गुरूदेव के कथन ‘‘मनुष्य परिस्थतियों का दास नहीं, उसका निर्माता, नियंत्रणकर्ता एवं स्वामी है।’’ तथा कुछ अन्य वाक्यों का उल्लेख करते हुए युग निर्माण आन्दोलन के प्रति अपनी आस्था व्यक्त की। समारोह को गायत्री परिवार राजसमंद के भंवरलाल पालीवाल, राज्यसभा सांसद चुन्नीलाल गरासिया ने भी संबोधित किया। राजस्थान जोन प्रभारी शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि श्री गौरीशंकर सैनी, गढ़वाड़ा आश्रम की कंकू केशर मां, राजसमंद विधायक दीप्ति माहेश्वरी आदि कई विशिष्ट गणमान्यों की उपस्थिति रही। श्रीनाथजी मंदिर के श्रीकृष्ण भंडार अधिकारी सुधाकर उपाध्याय, तिलकायत सचिव लीलाधर पुरोहित, सहायक अधिकारी अनिल सनाढ्य ने मंदिर की ओर से सभी अतिथियों को प्रसाद प्रदान किया। गायत्री परिवार के श्री घनश्याम पालीवाल, गिरिजा शंकर, भंवरलाल, तिलकेश सैन, तन्मय पालीवाल, चन्द्रकांत पालीवाल आदि समारोह की सफलता के प्रमुख शिल्पी थे।