आरोहण 2024: राष्ट्र निर्माण की दिशा में प्रेरणादायक समर्पण
प्रवास के अगले क्रम में, स्वामी विवेकानंद ऑडिटोरियम, उदयपुर में आयोजित आरोहण 2024 के समापन समारोह ने सभी को प्रेरणा और ऊर्जा से भर दिया। इस विशिष्ट आयोजन की गरिमा को बढ़ाने के लिए देव संस्कृति विश्वविद्यालय शांतिकुंज के माननीय प्रति-कुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी सहित कई प्रतिष्ठित व्यक्तित्वों ने अपनी उपस्थिति दी।
आदरणीय डॉ. पंड्या जी के साथ इस विशेष अवसर पर डॉ. एम. एल. रावत (सांसद, उदयपुर), प्रो. पी. के. कालरा (वरिष्ठ निदेशक, डीईआई एवं संस्थापक निदेशक, आईआईटी जोधपुर) और श्री लालचंद बिसू (सह-संस्थापक, कुकू एफएम) जैसे गणमान्य व्यक्तियों ने भी समारोह को अपनी महत्वपूर्ण उपस्थिति दी। इन महानुभावों के विचारों ने इस आयोजन को अविस्मरणीय बना दिया।
डॉ. चिन्मय पंड्या जी के प्रेरणादायक संबोधन ने सभी श्रोताओं के हृदय को प्रेरित किया। उन्होंने राष्ट्रीय एकता और जिम्मेदारी के महत्व पर प्रकाश डालते हुए कहा, “हमारी जाति मानवता है… हमें इस राष्ट्र के निर्माण का संकल्प लेना चाहिए… समाधान ढूंढना हमारी जिम्मेदारी है।” उनके इन शब्दों ने राष्ट्र निर्माण के प्रति सामूहिक प्रयास की आवश्यकता पर प्रकाश डाला। उन्होंने वसुधैव कुटुंबकम् की भावना पर जोर देते हुए सहानुभूति और वैश्विक एकता का संदेश दिया, जो गायत्री परिवार के मूल सिद्धांतों का प्रतीक है।
समारोह में इशिता विश्वकर्मा द्वारा प्रस्तुत प्रज्ञा गीत ने आध्यात्मिकता की एक विशेष अनुभूति प्रदान की, जिसने पूरे वातावरण को भक्तिमय बना दिया।
डॉ. पंड्या जी और डॉ. रावत जी ने विशिष्ट अतिथियों को सम्मानित करते हुए स्मृति चिन्ह भेंट किए। इसके साथ ही भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा पुरस्कार वितरण समारोह का आयोजन हुआ, जिसमें उत्कृष्ट प्रतिभाओं को सम्मानित और प्रोत्साहित किया गया।
समारोह के अंत में, डॉ. एम. एल. रावत ने अध्यक्षीय संबोधन दिया और एकता व सामूहिक प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डाला। धन्यवाद ज्ञापन और भावपूर्ण राष्ट्रगान के साथ इस भव्य आयोजन का समापन हुआ।