
महाशिवरात्रि के पवित्र अवसर पर शांतिकुंज में देवसंस्कृति दिग्दर्शन प्रदर्शनी का नये कलेवर में लोकार्पण
आज महाशिवरात्रि के पवित्र अवसर पर युगदृष्टा वेदमूर्ति तपोनिष्ठ पूज्य गुरुदेव माता जी की तपस्थली एवं कर्मभूमि गायत्री तीर्थ शांतिकुंज प्रांगण में एक विशेष कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस अवसर पर अखिलविश्व गायत्री परिवार के युगान्तरीय कार्यों की गाथा सुनाने वाली देवसंस्कृति दिग्दर्शन प्रदर्शनी का नये कलेवर में लोकार्पण गायत्री परिवार के प्रतिनिधि आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी के करकमलों से हुआ।
इस प्रदर्शनी में आँवलखेड़ा, आगर, मथुरा से लेकर पूज्य गुरुदेव माता जी के तप, त्याग, और तितीक्षा के साथ-साथ गायत्री परिवार की यात्रा, एवं अखिलविश्व गायत्री परिवार के करोड़ों कार्यकर्ताओं के समयदान, श्रमदान, अंशदान एवं समर्पण का एक लंबा इतिहास प्रदर्शित किया गया है। यह प्रदर्शनी न केवल संस्थान के ऐतिहासिक कार्यों को उजागर करती है, बल्कि हर एक व्यक्ति की मेहनत और योगदान को भी सम्मानित करती है, जो इस महान कार्य में जुड़ा हुआ है।
लोकार्पण समारोह में आदरणीय पंड्या जी के साथ शांतिकुंज महिला मंडल की अध्यक्षा आदरणीया श्रीमती शेफाली पंड्या दीदी एवं शांतिकुंज के व्यवस्थापक आदरणीय श्री योगेन्द्र गिरी जी भी उपस्थित रहे। इस कार्यक्रम के दौरान गायत्री परिवार के कार्यों की गाथा से जुड़े कई महत्वपूर्ण पहलुओं पर प्रकाश डाला गया और सभी उपस्थित श्रद्धालुओं को प्रेरणा दी गई।
प्रदर्शनी का यह नया रूप एक नया उत्साह और प्रेरणा का स्रोत बनेगा, जिससे आने वाली पीढ़ियाँ भी गायत्री परिवार के कार्यों से जुड़कर समाज के लिए अपना योगदान दे सकें।