
बंगाल के रानीगंज में गायत्री सेवा आश्रम का उद्घाटन
|| रानीगंज, पश्चिम बंगाल, 08 मार्च 2025 ||
रानीगंज, पश्चिम बंगाल का ऐतिहासिक नगर , जो कोयला खदानों और औद्योगिक विकास के लिए प्रसिद्ध है, आज अपनी समृद्ध आध्यात्मिक धरोहर को आगे बढ़ाते हुए एक नए अध्याय की ओर अग्रसर हुआ है। 08 मार्च 2025 को यहाँ गायत्री सेवा आश्रम का उद्घाटन संपन्न हुआ, जो समाज में सेवा, शिक्षा, और नैतिकता के प्रसार के लिए समर्पित है।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय, हरिद्वार के प्रतिकुलपति आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी ने अपने पाँच दिवसीय प्रवास के अंतर्गत रानीगंज में गायत्री सेवा आश्रम का शुभ उद्घाटन अपने करकमलों से किया। इस अवसर पर स्थानीय श्रद्धालुओं और विशिष्ट अतिथियों की उपस्थिति में माँ गायत्री का पूजन हुआ।
उद्घाटन समारोह के दौरान आदरणीय डॉ. पंड्या जी ने कहा,
भगवान का पूजन कर्मकांड मात्र से ही नहीं बल्कि उनके सिद्धांतों को अपने जीवन में उतारने से सफल है। कभी-कभी ऐसे क्षण आते हैं जब भगवान आपको बुलाते हैं क्योंकि ऋषि शक्तियों ने आपको बुराई से लड़ने के लिए चुना है। हमारे जीवन में सौभाग्य दबे पांव आता है, बस उसे पहचानने की आवश्यकता है।
उन्होंने आगे कहा, “हमारे जीवन का सौभाग्य है कि हमें परम पूज्य गुरुदेव से जुड़ने का अवसर मिला।”
इस प्रेरणादायक संदेश के साथ ही डॉ. पंड्या जी ने कहा, “सिर्फ सद्कार्य ही हमारे साथ जाते हैं, और हमें अपने जीवन को सद्कार्यों से परिपूर्ण करने का प्रयास करना चाहिए।” आज के शुभ दिन गायत्री आश्रम में पश्चिम बंगाल के कोलकाता, आसनसोल, पुरूलिया, दुर्गापुर, बर्धमान, बराकर शाखा, कुल्टी, अंडाल, उखड़ा, धनबाद के कार्यकर्ता उपस्थित हुए। सभी परिजन आदरणीय भैया जी से भेंट कर बहुत भाव विभोर हो गए। अभी ने अपने क्षेत्रों में चल रहे गायत्री परिवार की विभिन्न गतिविधियों की जानकारी प्रस्तुत की। प्रस्तुत है झलकियां।