Magazine - Year 1956 - Version 2
Media: TEXT
Language: HINDI
Language: HINDI
करो नित गायत्री का जाप (Kavita)
Listen online
View page note
Please go to your device settings and ensure that the Text-to-Speech engine is configured properly. Download the language data for Hindi or any other languages you prefer for the best experience.
करो नित गायत्री का जाप!
रहेगा मन में क्लेश न शेष,
रहेगा नहीं किसी से द्वेष,
मिलेगा जगती में सम्मान—
अलौकिक जीवन का संदेश,
यहाँ प्रति अक्षर में वरदान, यहाँ प्रति अक्षर हरता ताप!
करो नित॰------------
मिलेगा तुमको परमानन्द,
सत्य की पावन ज्योति अमन्द,
दिखेगा पुण्य मुक्ति का पन्थ—
टूट जायेंगे सब भव बन्ध,
अरे कैसा सम्मोहक मन्त्र कि आशीष-सा बन जाता शाप!
करो नित॰----------
स्वयं होगा कुण्ठा का नाश,
त्याग नव होगा, नव-विश्वास,
विगत-तम की छाया से दूर
बनेगा नव मानव-इतिहास,
करो तुम पूर्णाहुति दे क्षार जन्म भर के संचित संताप!
करो नित॰---------