देव संस्कृति विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों की इंटर्नशिप
अपनी प्रतिभा और विचारों से किया सांस्कृतिक चेतना का नवजागरण
कांगड़ा। हिमाचल प्रदेश देव संस्कृति विश्वविद्यालय के स्नातकोत्तर
पाठ्यक्रमों के छात्र दीपक शर्मा, गोपाल व सुमित का दल अपनी एक मासीय परिवीक्षा के लिए जिला कांगड़ा के धर्मशाला, शाहपुर, ज्वाली, देहरा, लगडू, धीरा में पहुँचा। उन्होंने कई शिक्षण संस्थानों के अतिरिक्त सेन्ट्रल जेल धर्मशाला तथा पुलिस ट्रेनिंग कॉलेज डरोह में कार्यक्रम कराते हुए योग एवं जीवन प्रबन्धन संबंधित सारगर्भित शिक्षाएँ प्रदान कीं। समाज और राष्ट्र के प्रति उत्तरदायित्वों का बोध कराते हुए उन्होंने लोगों से कहा कि युग परिवर्तन की यह परिस्थितियाँ जगने और जगाने, उठने और उठाने तथा स्वयं आगे बढ़कर दूसरों को आगे बढ़ाने की हैं। जो समय को पहचान कर भगवान के काम में लग जाते हैं, वे श्रेष्ठ सौभाग्य के अधिकारी बनते हैं।इन कार्यक्रमों में जोन प्रभारी धर्म सिंह नरयाल, उत्तम सिंह मेहता, राजीव सूद, सुशील वर्मा तथा अनिल राणा भी साथ रहे।
समारोहपूर्वक दी विदाई
देहरादून। उत्तराखण्ड
देव संस्कृति विश्वविद्यालय की छात्रा कु. सुजाता घोष, कु. सपना ठाकुर, कु. सिन्धु
सैनी ने अपने परिवीक्षाकाल में देहरादून क्षेत्र के लोगों की भरपूर सेवा की। अपने एक मासीय परिवीक्षाकाल में उन्होंने गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ, दीपयज्ञ और संस्कार अभियान को खूब प्रचलित किया। सैकड़ों लोगों ने उनकी एक्यूप्रेशर विद्या से उपचार करा कर स्वास्थ्य लाभ भी प्राप्त किया। परिवीक्षाकाल के अंतिम दिन गायत्री चेतना केन्द्र बडोवाला में इन छात्राओं को समारोहपूर्वक विदाई दी गई। इस अवसर पर उपस्थित उत्तराखण्ड के प्रभारी शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि श्री जय सिंह यादव ने छात्राओं की नैष्ठिक सेवाओं का अभिनंदन करते हुए मंगल तिलक कर, स्मृति चिह्न एवं प्रमाण पत्र प्रदान कर भावभरी विदाई दी। समारोह में कई वरिष्ठ कार्यकर्त्ता सर्वश्री राधाकृष्ण सेमवाल, श्रीमती राजेश्वरी पन्त, दिनेश चन्द्र मैखुरी, श्री जयराम जी, परिव्र्राजक शिवाकान्त त्रिपाठी, आर.सी. जोशी, श्री आर.सी. गुप्ता एवं श्रीमती बीना
ठाकरे आदि उपस्थित थे।