देव संस्कृति विश्वविद्यालय में महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि महाराज जी का पावन आगमन।
देव संस्कृति विश्वविद्यालय में महामंडलेश्वर स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि महाराज जी का पावन आगमन हुआ, जहाँ उनका ससम्मान स्वागत विश्वविद्यालय के प्रतिकुलपति, आदरणीय डॉ. चिन्मय पंड्या जी द्वारा किया गया। स्वामी यतीन्द्रानंद गिरि जी, जो जूना अखाड़ा के वरिष्ठ आध्यात्मिक नेता हैं, अपनी गहन आध्यात्मिक विद्वत्ता और प्रेरणादायक विचारों के लिए प्रसिद्ध हैं।
इस विशेष अवसर पर दोनों महान व्यक्तित्वों के बीच एक गहन चर्चा हुई, जिसमें स्वामी जी ने भारतीय संस्कृति, आध्यात्मिकता और समाज कल्याण के विभिन्न पहलुओं पर अपने विचार साझा किए। वहीं डॉ. पंड्या जी ने विश्वविद्यालय में शिक्षा के माध्यम से आध्यात्मिकता के प्रसार के प्रति अपनी प्रतिबद्धता प्रकट की, जिस पर स्वामी जी ने प्रसन्नता व्यक्त की और उनके प्रयासों की सराहना की।
यह संवाद केवल विचारों का आदान-प्रदान नहीं था, बल्कि विश्वविद्यालय की दृष्टि और मूल्यों को और अधिक सुदृढ़ करने का एक प्रेरणास्पद अवसर बना।