Magazine - Year 1990 - Version 2
Media: TEXT
Language: HINDI
Language: HINDI
सूरज ने कहा (कहानी)
Listen online
View page note
Please go to your device settings and ensure that the Text-to-Speech engine is configured properly. Download the language data for Hindi or any other languages you prefer for the best experience.
पृथ्वी ने सूरज से कहा— "आप दिनमान घटाते-बढ़ाते रहते हैं। स्थिर क्यों नहीं रहते ?”
सूरज ने कहा— "तुम्हीं चैन से नहीं बैठती। नाचती और दौड़ती रहती हो। फिर ऐसी दशा में स्थिरता किस प्रकार रह सके।”