नवयुग के श्रीराम की जन्मभूमि बन रही है आध्यात्मिक ऊर्जा का केन्द्र और ऐतिहासिक पर्यटन स्थल
भव्य, दिव्य सूर्य मंदिर का लाकार्पण हुआ
होलिका दहन के पावन अवसर पर श्रद्धेय डॉ. प्रणव पण्ड्या जी एवं श्रद्धेया शैल जीजी ने आध्यात्मिक पुनर्जागरण के अग्रदूत परम पूज्य गुरूदेव की जन्मभूमि युगतीर्थ आँवलखेड़ा, जिला आगरा में नवनिर्मित अत्यंत दिव्य और भव्य सूर्य मंदिर का लोकार्पण किया। श्रद्धेय डॉ. साहब ने कहा कि यह सूर्य मंदिर परम पूज्य गुरूदेव के तेजस्वी जीवन की याद दिलाएगा। यहाँ परम पूज्य गुरूदेव का जन्म ही नहीं हुआ, बल्कि उनकी प्रचण्ड तप साधना की दिव्य ऊर्जा भी यहाँ स्थापित है, जो साधकों को लाभान्वित करेगी।
श्रद्धेय डॉ. साहब ने आगरा, मथुरा या शान्तिकुञ्ज आने वाले सभी परिजनों से इस दिव्य तीर्थ के दर्शन अवश्य करने का आग्रह किया। सप्त रश्मियों के प्रतीक सात घोड़ों के रथ पर आरूढ़ सूर्य भगवान का मंदिर, दिन में सूर्य की रश्मियों से आलोकित ब्रह्मकमल युक्त साधना कक्ष, पूज्य गुरूदेव के जीवन-दर्शन की प्रदर्शनी, समस्त युगसाहित्य प्रदर्शनी और आदर्श ग्राम की विविध योजनाओं को क्रियान्वित करती गायत्री शक्तिपीठ यहाँ की प्रमुख विशेषताएँ हैं। यहाँ के कण-कण में नवयुग के श्रीराम के दर्शन होते हैं