ग्रीष्मकालीन अवकाश में बच्चों को दी नैतिक शिक्षाएँ
दस दिवसीय बाल संस्कार शिविर
बच्चों ने माता-पिता का पूजन कर उन्हें फूल मालाएँ पहनाई, उनसे आशीर्वाद लिये।
बड़वानी। मध्य प्रदेश
गायत्री शक्तिपीठ बड़वानी द्वारा कक्षा 8 से 12 तक के छात्र/छात्राओं के लिए संस्कार संवर्धन शिविर का आयोजन किया गया। इसमें प्रतिदिन प्राणायाम, खेल कूद,चित्रकला तथा तरह-तरह की नैतिक शिक्षाओं का पाठ पढ़ाया गया। शिविर में प्रतिदिन 150 छात्र, छात्राओं ने भागीदारी की।शिविर का शुभारंभ मुख्य ट्रस्टी डॉ. प्रकाश यादव द्वारा दीप प्रज्वलन, देवपूजन से हुआ। जिला समन्वयक श्री महेंद्र भावसार ने अपने प्रेरक उद्बोधन में कहा कि संस्कार खरीदे नहीं जाते, अपनी लगन से निरंतर अभ्यास करते हुए प्राप्त किए जाते हैं। शिविर प्रभारी ममता तोमर, रेखा पुरोहित ने शिविर का संचालन किया। समापन सत्र में स्मृति चिह्न भेंट कर शिविरार्थियों का उत्साह वर्धन किया गया।
ममता तोमर द्वारा मातृ-पितृ पूजन कराया गया, जिसके अंतर्गत बच्चों ने अपने-अपने माता-पिता को फूल मालाएँ पहनाई और उनसे आशीर्वाद लिये।
प्रेरणा-प्रशिक्षण के विषय
* जीवन कैसे जिएँ?
* मोबाइल वरदान है या अभिशाप?
* घर-वातावरण में सुंदरता कैसे बढ़े?
* सादा जीवन उच्च विचार
* जीवन में माता-पिता का महत्त्व
* समय प्रबंधन
* लर्न बाय फन