100 गुरू दीक्षा और 32 बटुकों के यज्ञोपवीत संस्कार, 29 यूनिट रक्तदान
उज्जैन। मध्य प्रदेश
गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन में गुरू पूर्णिमा पर्व पर 100 से अधिक श्रद्धालुओं ने दीक्षा ली और 32 बटुकों के यज्ञोपवीत संस्कार कराए गए। श्री देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने दीक्षा संस्कार सम्पन्न कराते हुए कहा कि गुरू दीक्षा मात्र कर्मकांड नहीं, एक सूक्ष्म आध्यात्मिक प्रयोग है। इस संस्कार में शिष्य गुरू रूपी समर्थ सत्ता में अपनी श्रद्धा आरोपित कर निरंतर महानता की ओर अग्रसर होता जाता है। उन्होंने कहा कि यह प्रकारांतर से मानव में देवत्व को जगाने का, ईश्वर के साथ साझेदारी करने का एक विशिष्ट प्रयोग है। गुरू पूर्णिमा के उपलक्ष्य में गुरूदे व माताजी के प्रतीक ‘प्रखर प्रज्ञा-सजल श्रद्धा’ का अभिषेक व पूजन किया गया। इसके बाद 9 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ में लगभग 400 श्रद्धालुओं ने आहुतियाँ समर्पित कीं।
रक्तदान एवं स्वास्थ्य परीक्षण शिविर
गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन में गुरू पूर्णिमा के दिन रक्तदान एवं स्वास्थ्य परीक्षण का कार्यक्रम रखा गया था। इसमें 29 यूनिट रक्त दान हुआ। युवाओं ने रक्तदान कर आनंद और संतोष की अभिव्यक्ति की तथा जरूरत पड़ने पर रक्तदान करते रहने का आश्वासन दिया। डॉ. विनोद गुप्ता के मार्गदर्शन में चार चिकित्सा विशेषज्ञों द्वारा 100 से अधिक लोगों का स्वास्थ्य परीक्षण भी किया गया।