संस्कार परम्परा का विस्तार
चि. विभु को युग साहित्य का उपहार भेंट करते और उपनयन संस्कार का कार्मकाण्ड कराते श्री जतीन दवे
प्रबुद्ध दम्पति ने कराया अपने बालक का उपनयन संस्कार
मुम्बई। महाराष्ट्र
प्रोफेसर आशीष पांडे (शैलेश जे. मेहता स्कूल ऑफ मैनेजमेंट, आईआईटी मुंबई) और श्रीमती निशा पांडे (निदेशक, गुजरात इंस्टीट्यूट ऑफ रिसर्च डेवलपमेंट) ने 13 जुलाई 2024 को अपने बेटे चि. विभु का उपनयन संस्कार दिव्य भारत युवा संघ, मुम्बई की टोली से सम्पन्न कराया। आईआईटी मुंबई और बाहर से आए 100 से ज्यादा परिवार इस संस्कार के साक्षी बने। सुचिता शेट्टी द्वारा प्रस्तुत भावपूर्ण प्रज्ञा भजन और सम्पूर्ण संस्कार के कर्मकाण्ड की वैज्ञानिकता ने सभी को बहुत प्रभावित किया। आचार्यों ने उपनयन संस्कार को श्रेष्ठता की ओर अग्रसर होने का संकल्प और नए जीवन का शुभारंभ बताया। उन्होंने गायत्री विज्ञान के महत्त्व पर प्रकाश डाला। कई लोगों ने पहली बार यज्ञ में भाग लेते हुए दिव्य अनुभूतियाँ कीं। हितेश जोशी ने गायत्री मंत्र, वेद और गायत्री महाविज्ञान संबंधी युग साहित्य सभी को वितरित किया। आदित्य, शिवकुमार का विशेष सहयोग मिला।