जगमगा रही है समर्पण और आस्था की दिव्य ज्योति
जनमन में युग निर्माणी आस्थाओं का संचार करती श्री शिवराम शर्मा जी की टोली
एक ही टोली ने अब तक 270 घरों में कराए दीपयज्ञ
हर घर गंगाजल और देवस्थापना
10,000 से अधिक लोगों को दिया युग संदेश
नदबई,, भरतपुर। राजस्थान
वाणी से कहीं अधिक प्रभाव व्यक्तित्व का होता है। यह तथ्य गायत्री शक्तिपीठ नदबई से जुड़े प्राणवान कार्यकर्त्ताओं की सक्रियता और उपलब्धियों में स्पष्ट दिखाई देता है। शक्तिपीठ से जुड़े कार्यकर्त्ताओं ने शक्तिपीठ के वार्षिकोत्सव (गायत्री जयंती 2024) से पूर्व 108 घरों में दीपयज्ञ कराने का संकल्प लिया था। यह क्रम वार्षिकोत्सव के बाद भी लगातार चलता रहा। वहाँ प्राय: प्रतिदिन किसी न किसी घर में दीपयज्ञ का आयोजन होता है। अब तक 270 से अधिक घरों में दीपयज्ञ सम्पन्न किये जा चुके हैं। प्रत्येक कार्यक्रम में मोहल्ले के 30 से 50 तक की संख्या में परिजन शामिल होते हैं। इस प्रकार इन छोटे-छोटे दीपयज्ञों के माध्यम से नगर के 10,000 से अधिक लोगों में युगशक्ति गायत्री और युगावतारी चेतना परम पूज्य गुरूदेव, परम वंदनीया माताजी के प्रति श्रद्धा-निष्ठा बढ़ाने एवं उन्हें आत्म परिष्कार एवं आत्म विकास की दिशा में प्रेरित करने में सफलता मिली है। इन दीपयज्ञों के प्रभाव से घर-घर उपासना, साधना,
स्वाध्याय, मंत्रलेखन, बलिवैश्व यज्ञ, जन्मदिन-विवाहदिन एवं अन्य संस्कारों का नियमित क्रम आरंभ किया जा सका है। घर-घर देवस्थापना व गंगाजल स्थापना हो रही है। शक्तिपीठ के वरिष्ठ कार्यकर्त्ता इस दीपयज्ञ शृंखला की सफलता में सेवा निवृत्त शिक्षक श्री शिवराम शर्मा जी की मिशननिष्ठा, कर्त्तव्यपरायणता और मधुर व्यवहार का विशेष प्रभाव मानते हैं। श्री शिवराम जी शरीर से कृषकाय भले ही हों, लेकिन उनका संकल्प प्रचंड है, हौसला बुलंद है, जो सभी के लिए अनुकरणीय है। वे हर परिस्थिति में घर-घर जाकर अखण्ड ज्योति, युग निर्माण योजना एवं प्रज्ञा अभियान पाक्षिक का वितरण कर रहे हैं। सदैव लोगों का उत्साह बढ़ाने वाले, सबके सुख-दु:ख में सहयोग के लिए तत्पर रहने वाले इस प्राणवान कार्यकर्त्ता ने सभी का दिल जीता है। उनके साथ उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मीरा शर्मा तथा श्रीमती ओमवती पत्नी श्री जगदीश जी, श्रीमती लता, श्रीमती सुषमा, श्रीमती मिथलेश और श्री रमेश सोलंकी घर-घर जाकर दीपयज्ञ एवं विविध संस्कार सम्पन्न कराते हैं।