दिवंगत देवात्माओं को भावभरी श्रद्धाञ्जलि
आदर्शवादी जीवन से सभी को प्रभावित करने वाले
डॉ. श्रीराम यादव, पंतनगर। उत्तराखण्ड
पूरे कुमाऊँ क्षेत्र में गायत्री परिवार को सक्रिय करने वाले पंतनगर विश्वविद्यालय से सेवानिवृत्त प्रोफेसर डॉ. श्रीराम यादव दिनांक 17 सितंबर 2024 को पावन गुरूसत्ता की सूक्ष्म चेतना में विलीन हो गए। वे सन् 1978 में मिशन से जुड़े और उसके बाद अंतिम श्वास पर्यंत आदर्शवादी चिंतन और जीवन अपनाया। कई बार पेंट, पायजामा पहनने का दबाव पड़ा, पर उन्होंने मिशन की मर्यादा से समझौता नहीं किया, सदैव धोती-कुर्ता ही पहना। वेतन कितना भी हो, किन्तु वे शान्तिकुञ्ज के जीवनदानी कार्यकर्त्ता की निर्वाह राशि जितने में ही गुजारा करते रहे। किसी बाजारू खाद्य पदार्थ को नहीं चखा, हमेशा दवाओं से दूर रहे। वे कार खरीदने में सक्षम थे, पर सन् 1965 में पिताजी द्वारा दी गई साइकिल को ही ठीक करा-करा कर आजीवन चलाते रहे। अपने पैत्रिक गाँव में बड़ी साधारण-सी परिस्थितियों में रहे। लगभग नि:शुल्क विद्यालय चलाया। जिसने सरकारी नौकरी के अलावा जीवन का हर पल अपनी गुरूसत्ता के काम के लिए समर्पित किया हुआ था, ऐसे विलक्षण जीवनदानी कार्यकर्त्ता थे स्व. डॉ. श्रीराम यादव।