संस्कृति मंडल के गठन से हो रहा है नवसृजन आन्दोलन का विस्तार
युवा चेतना जागरण का प्रभावशाली प्रयोग
गरियाबंद। छत्तीसगढ़
गायत्री परिवार भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा और उसके माध्यम से संस्कृति मंडलों का गठन करते हुए विद्यार्थियों के व्यक्तित्व विकास का विराट अभियान चला रहा है। इसी क्रम में शासकीय उच्चतर माध्यमिक विद्यालय मुरमुरा में शिक्षक श्री कुलदीप कृष्ण भारती, जो कि प्रांतीय बाल संस्कार शाला अभियान के प्रभारी हैं, ने उक्त विद्यालय में संस्कृति मण्डल का गठन कर अत्यंत प्रशंसनीय और अनुकरणीय सफलता प्राप्त की है। श्री भारती बताते हैं कि उनके हायर सेकेण्डरी स्कूल में प्रार्थना में गायत्री मंत्रोच्चारण, सामूहिक ध्यान और बौद्धिक चर्चा तो होती ही है, नवीं एवं दसवीं कक्षाओं के खाली कालखण्डों का उपयोग कर व्यक्तित्व निर्माण युवा शिविर के विषयों को भी प्रस्तुत किया जाता है। बहुत से युवा विद्यार्थी इन शिक्षाओं से बहुत प्रभावित हुए हैं, जिनको मिलाकर विद्यालय में संस्कृति मण्डल का गठन किया गया है। संस्कृत मंडल में बच्चों को परस्पर चर्चा का अवसर देकर उनकी नेतृत्व क्षमता विकसित की जा रही है। गाँवों में नशामुक्ति रैली के प्रभावशाली आयोजन हो रहे हैं। संस्कृति मण्डल के विद्यार्थियों द्वारा अनेक सांस्कृतिक कार्यक्रम तैयार किये गए हैं। इन्हें विभिन्न पर्व-जयंतियों पर और सामाजिक कार्यक्रमों में प्रदर्शित कर लोगों को सत्प्रेरणाएँ दी जा रही हैं। इस वर्ष गरियाबंद में हुए व्यक्तित्व निर्माण युवा शिविर में बड़ी संख्या में बच्चों ने भाग लिया। उनके सहयोग से आसपास के तीन गाँवों में बाल संस्कारशालाएँ चलाई जा रही हैं। गाँव की दो बहनें युवा शिविर में कक्षाएँ लेती हैं तथा बाल संस्कारशाला का प्रशिक्षण देती हैं।