शिखा और सूत्र
मित्रो ! पुलिस का सिपाही अपना सिम्बाल पहने रहता है, उसके कमर में एक पेटी बँधी रहती है और उसके ऊपर लगा रहता है एक पीतल का बिल्ला। उस पीतल के बिल्ले पर क्या लिखा रहता है? यू.पी.पी. लिखा रहता है। पहले अँग्रेजी में लिखा रहता था और अब हिन्दी में लिखा रहता है। उत्तर प्रदेश पुलिस- उ.प्र.पु.। मध्यप्रदेश में- म.प्र.पु. लिखा रहता है। पीतल का बिल्ला न हो किसी के पास तो समझ लीजिए कि वह सिपाही नहीं है और कमर में पेटी बँधी हुई न हो तो समझ लीजिए कि वह पुलिस का सिपाही नहीं है। सिपाही को कमर में पेटी बाँधनी चाहिए।
जब कभी किसी का फौज में कोर्टमार्शल होता है तो सबसे पहला यह काम किया जाता है कि उसकी पेटी उतार ली जाती है, उसका बिल्ला उतार लिया जाता है उसको क्रिमिनल मान लिया जाता है तथा उसको लाइन में खड़ा किया जाता है फिर उसका कोर्टमार्शल किया जाता है और यह कहा जाता है तुम हमारी इज्जत मत खराब करो। पेटी की इज्जत-राष्ट की इज्जत है। तुमने ऐसे खराब काम किए हैं, इसलिए सबसे पहले तुमको यह सजा दी जाएगी कि तुम्हारी पेटी और तुम्हारा बिल्ला हम जब्त कर लेते है। पुलिस में भी यही होता है और फौज में भी यही होता है।
हमारा बिल्ला जब्त किया या नहीं किया, हम पुलिस के सिपाही हैं कि नहीं, हम फौज के सिपाही हैं कि नहीं, हम हिन्दू धर्म के सिपाही हैं कि नहीं, हम हिन्दू धर्म के दीक्षित हैं कि नहीं, इसकी पहचान आपके शिखा और सूत्र (जनेऊ) से होती है। अगर आप हिन्दु धर्म में दीक्षित हैं तो लाइए वह निशान आपके कंधे पर 'यू.पी.पी. लिखा हुआ है कि नहीं और कमर में पेटी बँधी हुई हैं कि नहीं और अगर आपकी पेटी छीन ली किसी ने तो आपको यह कहना पड़ेगा कि पुलिस में से हमें बर्खास्त कर दिया गया-फौज में से बर्खास्त कर दिया गया और हमारा कोर्टमार्शल किया गया। अगर आप का बिल्ला छीन लिया गया, पेटी छीन ली गई हो तो फिर इसका मतलब यह होगा कि आपको हिन्दू धर्म में से बर्खास्त कर दिया गया। हिन्दू धर्म से कोई और धर्म होगा आपका।
पं श्रीराम शर्मा आचार्य
वांङमय-68-पृष्ठ 2.118