वेदमूर्ति के सच्चे वेददूत गायत्री को घर- घर प्रतिष्ठित करें
गायत्री चेतना केंद्र बेंगलुरू में आयोजित गायत्री जयंती समारोह का शुभारंभ 15 जून को प्रात: 24 घंटे के सामूहिक अखंड गायत्री मंत्र जप से हुआ। गायत्री जयंती-गंगा दशहरा के दिन पर्व पूजन एवं पाँच कुण्डीय यज्ञ के साथ इसकी पूर्णाहुति हुई। कार्यक्रम में भाग ले रहे श्रद्धालुओं को परम पूज्य गुरूदेव के जीवन का अनुसरण करने की प्रेरणा दी गई,जिन्होंने कठोर तप कर गायत्री को जीवन में धारण किया और गायत्री जयंती के दिन उसी परम चैतन्य विलीन हो गये। करें परम यज्ञचेतनासंच्मोालन श्रीमती रीता रजक, सायूयज्ञचेतनासंच्मोालन श्रीमती रीता रजक, सायू बड़गोती, शिवांगी मिश्रा व श्रीमती श्वेता श्रीवास्तव ने किया। वैज्ञानिक श्री अमिताभ सराफ ने त्रिपदा गायत्री का तत्त्वदर्शन समझाया। उन्होंने वेदमूर्ति के सच्चे वेददूत बनकर युगशक्ति गायत्री को घर-घर प्रतिष्ठित करने की प्रेरणा दी। आचार्य श्री कमलेश खरे और अश्विनी कटरे ने कई संस्कार सम्पन्न कराए।