गायत्री योग साधना मन्दिर निर्माण के लिए भूमि पूजन हुआ
फरीदाबाद। हरियाणा
अखिल विश्व गायत्री परिवार के युवा आदर्श आदरणीय डॉ. चिन्मय पण्ड्या जी ने दिनांक 20 अप्रैल 2024 को फरीदाबाद में बन रहे गायत्री योग साधना मन्दिर के लिए भूमिपूजन किया। इस समारोह के विशिष्ट अतिथि श्री रमेश गुप्ता (राष्ट्रीय षाध्यक्ष विहिप) एवं वरिष्ठ गायत्री परिजन श्री पी.सी. गोयल दम्पति थे।
भूमिपूजन समारोह 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ सम्पन्न हुआ। इस अवसर पर देवमंच पर श्री रमेश गुप्ता जी तथा श्री प्रभाकर शुक्ला (जिला समन्वयक गायत्री परिवार फरीदाबाद) ने राम मन्दिर की कलाकृति भेंट कर शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि का हार्दिक स्वागत किया। तत्पश्चात् आदरणीय डॉ. चिन्मय जी ने मानव जीवन की गरिमा का मार्मिक चित्रण करते हुए उसे पहचानने और गायत्री उपासना-साधना के माध्यम से अंतर्निहित शक्तियों को जगाने, जीवन को महानता की ओर अग्रसर करने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि आज हमारे पास परम पूज्य गुरूदेव के स्नेह-संरक्षण, मार्गदर्शन में राम के रीछ-वानरों और कृष्ण के ग्वालबालों जैसा दुर्लभ सौभाग्य मिला है, जिसका लाभ उठाकर जीवन को धन्य बनाना चाहिए।
शान्तिकुञ्ज प्रतिनिधि ने परम पूज्य गुरूदेव के विचार और उनके साहित्य की विशेषताओं पर प्रकाश डाला। इसे घर-घर पहुँचा देने का आह्वान किया। उन्होंने कहा कि परम पूज्य गुरूदेव ने इस मिशन को प्यार और सद्भाव से सींचा है। हम सभी को गुरूदेव के सपनों को साकार करने के लिए संकल्पित होकर तन, मन, धन से जुट जाना है।
आयोजन से पूर्व 19 अप्रैल को 1008 कलशीय शोभायात्रा निकाली गई। उसी दिन सायं 2400 वेदीय दीप महायज्ञ सम्पन्न हुआ, जिसमें शहर के सभी क्षेत्रों तथा समाज के सभी वर्गों के सैकड़ों परिजनों ने उमंग और उत्साह के साथ भागीदारी की। दूसरे दिन 24 कुण्डीय गायत्री महायज्ञ के साथ भूमिपूजन कार्यक्रम धूमधाम से सम्पन्न हुआ। आयोजन को सफल बनाने में श्री अशोक कुमार, हरिओम वर्मा, पं. किशन चन्द शर्मा, एम.सी. राजपूत, जगन्नाथ झा, किशोर कुमार, जगदीश नंदा, श्रीमती अर्चना विद्यार्थी, लक्ष्मी देवी, विनीता कास्गर, गुन्जन महेश्वरी, पुष्पा शर्मा आदि की विशेष भूमिका रही।
योजना और स्वरूप
श्री प्रभाकर शुक्ला जी ने बताया कि गायत्री योग साधना मन्दिर का निर्माण नगर के प्रमुख स्थान नीमका-फरीदपुर बाई पास रोड ग्रेटर फरीदाबाद में 1400 वर्ग गज क्षेत्रफल में हो रहा है। यहाँ विविध साधना एवं कार्यकर्त्ता प्रशिक्षण शिविरों का संचालन होगा। मिशन के सप्त आन्दोलनों को गति दी जाएगी। इसे दिल्ली एन.सी.आर. में महामानव बनाने के टकसाल के रूप में विकसित करने का स्थानीय कार्यकर्त्ताओं का संकल्प है।