अण्डमान निकोबार में ज्ञानयज्ञ
अण्डमान निकोबार के अलग-अलग क्षेत्रों में नि:शुल्क साहित्य वितरित करती गायत्री ज्ञानयज्ञ प्रयागराज की टोली
ज्ञानयज्ञ शाखा प्रयागराज की टोली ने 50 हजार से अधिक लोगों तक पहुँचाया मिशन का साहित्य
प्रयागराज। उत्तर प्रदेश
नित्य ज्ञानयज्ञ के लिए संकल्पित एवं समर्पित गायत्री ज्ञानयज्ञ शाखा प्रयागराज की टोली दिनांक 10 से 23 सितम्बर 2024 की तिथियोंमें अण्डमान निकोबार पहुँची। सर्वश्री अवधेश सिंह, शेषनाथ श्रीवास्तव एवं देवब्रत साहाराय की यह टोली मुख्यतया श्री विजया पुरम और वण्डूर बीच के क्षेत्रों में सक्रिय रही। उन्होंने इन 14 दिनों में लगभग 50 हजार व्यक्तियों से सम्पर्क किया। उन्हें पाक्षिक प्रज्ञा अभियान और हारिए न हिम्मत, पाना है तो देना सीखो, बोओ और काटो का अकाट् य सिद्धान्त, सम्पूर्ण शताब्दी पुस्तक माला, बाल निर्माण की कहानियाँ, महापुरूषों की जीवनियाँ जैसी पुस्तकें नि:शुल्क दीं, अनेक लोगों को गायत्री परिवार और उसकी योजनाओं का परिचय भी दिया। हिन्दी, अंग्रेजी, तमिल, तेलुगू, बंगला आदि भाषाओं में लगभग पचास हजार से अधिक स्टिकर्स भी वितरित किए। जो लोग गायत्री उपासना के लिए उत्साहित हुए, उन्हें मंत्रलेखन पुस्तिकाएँ दी गइर्ं। टोली नायक श्री देवब्रत साहा राय के अनुसार चेतना केन्द्र कालीकट के मुख्य ट्रस्टी श्री पवन रूथला एवं व्यवस्थापक श्री राजाराम जी के मुख्य सहयोग से ज्ञानयज्ञ का यह महान कार्य सम्पन्न हुआ। टीम नगर के लगभग सभी प्रमुख केन्द्र सीपीघाट, नया शहर, गुप्तापाड़ा, धन्नी खाड़ी, वण्डुर, औरबा ब्रांच, गाराचमी, वातुबस्ती, र्मानाला, चिडिया टापू, सेल्युलर जेल, मेरिना पार्क, गाँधी पार्क, बाजार, बस स्टैण्ड, जंगली घाट, सोलधारी, जेट्टी, डेरी फार्म, कालीकट, कामराज नगर, पत्तरापुर, पत्थरगड्डा, सहजीवन कॉलोनी, महावीर नगर, हस्तिनाबाद, शादीपुर, कार्विन बीच आदि स्थानों में पहुँची। इस कार्य में स्थानीय सक्रिय कार्यकर्त्ता सर्वश्री पवन मण्डल, सुलेखा मण्डल, रीना गोप, मीना सिंह, लक्ष्मी घर, दूपा मण्डल, बाला मनि, बी.पी. राजू का भी पूर्ण सहयोग मिला।