सामाजिक एकता के सूत्रों को सुदृढ़ कर रहा है गृहे-गृहे गायत्री यज्ञ अभियान
सारंगढ़। छत्तीसगढ़
सारंगढ़ जिले में ग्रामे-ग्रामे गायत्री यज्ञ, गृहे-गृहे गायत्री उपासना अभियान को शानदार सफलता मिल रही है। ग्राम धोबनी में 34 घरों में यज्ञ से जो अभियान प्रारंभ हुआ था, वह स्थानीय कार्यकर्त्ताओं के अदम्य पुरूषार्थ और गुरूदेव-माताजी के आशीर्वाद से क्रमश: फलता- फूलता चला गया। साप्ताहिक यज्ञ अभियान के अंतर्गत ग्राम सकरा पाली में 36 घरों में, ग्राम गोड़ा में 108 घरों में, ग्राम छातादेई में 108 घरों में, ग्राम टांगर में 51 घरों में तथा नगर पंचायत भटगांव में 151 घरों में एक ही दिन एक ही समय यज्ञ कराये गए। 24 नवम्बर 2024 को सारंगढ़ के कमला नगर में 56 घरों में एक समय पर यज्ञ संपन्न हुआ। इस यज्ञ अभियान में सभी जाति, सभी धर्म, सभी वर्ग के लोगों को सम्मिलित कर अनेकता में एकता तथा भारतीय संस्कृति की अखंडता का परिचय दिया गया था। जिला समन्वयक श्री गोरा साहू एवं आचार्य, उपाचार्य की भूमिका निभा रहे समस्त कार्यकर्त्ता इस यज्ञ अभियान के माध्यम से हो रहे गायत्री चेतना के विस्तार से गद्गद हैं। इससे पूर्व ग्राम टांगर में 10 नवंबर 2024 को 51 घरों में हुए गायत्री यज्ञ जिला समन्वयक श्री गोरा प्रसाद साहू के मार्गदर्शन में संपन्न हुए। इस अवसर पर पूरा गाँव गायत्रीमय हो गया था। प्रत्येक घर के द्वार पर रंगोली, कलश और दीपकों की स्थापना की गई। सारंगढ़ जिले के भटगांव, बिलाईगढ़, और सरसीवा से आए गायत्री परिवार के कार्यकर्त्ताओं ने घर-घर जाकर यज्ञ संपन्न कराया। इस आयोजन में ग्राम टांगर के श्री गंगाधर यादव और श्री संतराम पटेल ने सक्रिय भूमिका निभाई।