नवचेतना विस्तार के लिए बढ़ते प्रगतिशील चरण्
प्रतिवर्ष एक तालाब को पुनर्जीवित करने का संकल्प उभरा
हर वर्ष विकसित किए जा रहे हैं पीपल के 101 पेड़
टहरौली, झाँसी। उत्तर प्रदेश
गायत्री शक्तिपीठ टहरौली में दिनांक 25 सितम्बर को युवा सम्मेलन आयोजित किया गया। इसमें गुरसराय तहसील ही नहीं, झाँसी और आसपास के जिलों के कर्मठ युवाओं ने भी बड़े उत्साह के साथ भाग लिया। उल्लेखनीय है कि गुरसराय तहसील के लगभग 200 कार्यकर्त्ता पूरी निष्ठा के साथ मिशन के रचनात्मक आन्दोलनों को गति दे रहे हैं। उनके द्वारा विगत 5 वर्षों से प्रतिवर्ष 101 पीपल के पेड़ लगाए जा रहे हैं और ट्री-गार्ड सहित उनके पोषण, संरक्षण की पूरी व्यवस्था की जा रही है। टहरौली में आयोजित सम्मेलन में एक नया संकल्प उभरा। तद्नुसार प्रतिवर्ष तहसील के एक ऐसे तालाब को पुनर्जीवित किया जाएगा, जो पिछले 30-40 वर्षों से सूखा पड़ा है। युवा सम्मेलन के संचालन हेतु शान्तिकुञ्ज से युवा प्रकोष्ठ समन्वयक श्री केदार प्रसाद दुबे, श्री आशीष सिंह और श्री ओंकार पाटीदार के नेतृत्व में युग गायकों की टोली पहुँची थी। श्री के.पी. दुबे जी ने भारत के युवाओं के गौरवशाली इतिहास और उनके सामर्थ्य का बोध कराते हुए पस्थित युवाओं को राष्ट्र के पुनर्जागरण और सम्यक विकास के लिए महारानी झाँसी, मंगल पाण्डे, भगत सिंह, चंद्रशेखर आजाद जैसे सर्वस्व बलिदानियों को अपना आदर्श मानने की प्रेरणा दी। उन्होंने नशामुृक्ति, वृक्षारोपण जैसे कार्यक्रमों को गति देते हुए समाजसेवा के लिए प्रेरित किया। श्री आशीष सिंह ने मानव जीवन की गरिमा याद दिलाते हुए अपनी शक्तियों को लोकमंगल के कार्यों में लगाने की प्रेरणा दी। इससे पूर्व कुमारी आस्था राजा बुंदेला ने गायत्री मंत्र की महिमा बताई। इस कार्यक्रम में श्री हरगोविंद कुशवाहा राज्यमंत्री, विधायक श्री बाबूलाल तिवारी, बबीना विधायक राजीव सिंह परीछा, गरौठा राष्ट्रीय मानवाधिकार राष्ट्रीय प्रभारी सतीश चौरसिया आदि अनेक गणमान्य उपस्थित थे।