बंदियों को दी सत्प्रेरणाएँ, व्यसनमुक्ति के संकल्प दिलाए
आठवाँ व्यक्तित्व परिष्कार शिविर उज्जैन। मध्य प्रदेश :
‘‘परिस्थिति वश जेल आए हैं, लेकिन गायत्री परिवार द्वारा आयोजित व्यक्तित्व परिष्कार शिविर में भागीदारी हमारे जीवन में सौभाग्य का उदय है। यह शिविर हमारे लिए सत्संग, सद्गुरू, सद्विचार और सन्मार्ग पाने का माध्यम बना है। ’’ उज्जैन के कारावास में निरूद्ध बंदियों ने यह भाव 17 नवम्बर को गायत्री परिवार द्वारा आयोजित आठवें व्यक्तित्व परिष्कार शिविर के समापन सत्र में व्यक्ति किये। श्री महेश आचार्य, उज्जैन उपजोन समन्वयक ने इस अवसर पर गायत्री महामंत्र लेखन की विशेषताएँ बताइर्ं और नियमित रूप से मंत्र लेखन की प्रेरणा देते हुए विश्वास दिलाया कि पूज्य गुरूदेव का आशीर्वाद और साधना का प्रभाव उनके जीवन की परेशानियों को हल् करता जाएगा। श्री देवेन्द्र कुमार श्रीवास्तव ने अनुरोध किया कि आपके चिंतन, चरित्र और व्यवहार में बदलाव स्पष्ट दिखाई देना चाहिए।
सागर। मध्य प्रदेश्
गायत्री परिवार शाखा खुरई द्वारा 13 नवम्बर को स्थानीय उपजेल में एक प्रेरणादायक बंदी सुधार कार्यक्रम आयोजित किया गया। इसके अंतर्गत बंदियों को आध्यात्मिक जीवन शैली अपनाते हुए आत्मसमीक्षा एवं आत्मनिर्माण के लिए प्रेरित किया गया। उन्हें गायत्री उपासना, मंत्र लेखन, स्वाध्याय जैसे माध्यमों से जीवन में सकारात्मक परिवर्तन लाने की प्रेरणाएँ दी गई।
इस कार्यक्रम में व्यसनों के दुष्प्रभावों पर विस्तार से चर्चा हुई। गायत्री परिवार के प्रतिनिधियों ने व्यसनमुक्ति को अपराध मुक्त जीवन की दिशा में पहला चरण बताया। कार्यक्रम में उपजेल अधीक्षक बृजेन्द्र बहादुर सिंह, गायत्री परिवार के उपेन्द्र कुमार खरे, गायत्री शक्तिपीठ परिव्राजक पुष्पेन्द्र सोनी, वरूण सिंह कनौजिया, हर्ष भटनागर, दुर्गा सिंह कनौजिया, अंजनी शर्मा, रानी कुशवाहा और मनी ठाकुर की उपस्थिति रही।