गायकी के सदुपयोग से सद्बुद्धि और सत्कर्मों की प्रेरणा
गायन प्रतियोगिता : वॉइस ऑफ प्रज्ञा
लखीमपुर खीरी। उ.प्र. : गायत्री परिवार युवा प्रकोष्ठ द्वारा लखीमपुर जिले में ह्यवॉइस अॉफ प्रज्ञाह्ण गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। संगीत से संस्कार की थीम पर आयोजित इस गायन प्रतियोगिता का फाइनल राउंड 15 नवंबर को गोला रोड स्थित राम वाटिका में सम्पन्न हुआ। प्रतियोगिता में वैष्णवी अवस्थी ने प्रथम, काव्या वाजपेई ने द्वितीय तथा वेदिका सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। पवन कुमार को सांत्वना पुरस्कार मिला। जिला मीडिया प्रभारी श्री अनुराग मौर्य ने बताया कि गायत्री परिवार द्वारा यह जिले में एक अनूठी पहल की गई थी, जिसका उद्देश्य बच्चों को अश्लीलता से दूर रखना और उन्हें पर्यावरण व परिवार के प्रति जिम्मेदार बनाना था। प्रतियोगिता में केवल प्रज्ञा गीतों का चयन किया गया था, जो लोगों की मनोभूमि को अध्यात्म और प्रकृति से जोड़ सकें। आरंभिक चरण में गायत्री शक्तिपीठ परिसर में ऑडिशन के कई चरण किये गए। राम वाटिका में आयोजित अंतिम चरण का शुभारंभ मुख्य अतिथि डॉ. डी.एन. मालपानी, विशिष्ट अतिथि संस्कृत विद्वान डॉ. ओंकार नाथ दुबे के साथ युवा प्रकोष्ठ प्रतिनिधियों ने दीप जलाकर किया। युवा प्रकोष्ठ प्रतिनिधि श्री जयप्रकाश वर्मा ने सभी प्रतिभागियों से अपनी गायन प्रतिभा का उपयोग समाज में सद्बुद्धि और सत्कर्मों के प्रचार-विस्तार के लिए करने का आह्वान किया। प्रतियोगिता प्रभारी निखिल भल्ला ने बताया कि फाइनल राउंड में पहुँचे सभी प्रतिभागियों को गायत्री परिवार की ओर से प्रतिभागिता प्रशस्ति पत्र और वॉइस ऑफ प्रज्ञा मेडल दिये गए। निर्णायक का दायित्व लखनऊ की संगीत एकेडमी मंत्र म्यूजिक ने निभाया। प्रतियोगिता के विजेताओं को नकद पुरस्कार राशि भी प्रदान की गई।