राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ : समाज सुधार की दिशा में बढ़ रहे सार्थक चरण
राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ की असाधारण उपलब्धियाँ
125 महिलाओं को कमाण्डो प्रशिक्षण, सभी ने दीक्षा ली 300 दीक्षा संस्कार 108 गाँवों में दीवार लेखन 1008 घरों में धर्मघट स्थापना
नेगुरडीह, जांजगीर चाँपा। छ.गढ़ विकासखण्ड नवागढ़ के गाँव नेगुरडीह में फरवरी माह में सम्पन्न 108 कुण्डीय राष्ट्र जागरण गायत्री महायज्ञ की अनेक शानदार उपलब्धियाँ रहीं, जिन्होंने पूरे क्षेत्र में युग निर्माणी आस्थाओं का जबरदस्त संचार किया। कार्यक्रम का शुभारंभ मस्तक पर कलशधारी 5000 बहिनों की भव्य कलश-शोभा यात्रा के साथ हुआ। राम पंचायत, भारत माता आदि अनेक आकर्षक झाँकियों से युक्त यह शोभायात्रा अत्यंत दर्शनीय थी।
सन् 2011 से प्रज्वलित अखण्ड ज्योति को देवमंच पर काँवड़ में सजाकर प्रतिष्ठित किया गया। नारी सशक्तिकरण का संदेश देते हुए 125 बहिनों को सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी गई। उन्हें न केवल जिम्मेदारी सौंपी गई, बल्कि उन्हें प्रोत्साहित करते हुए महिला कमाण्डो के रूप में प्रशिक्षण भी दिया गया, जिसमें नवागढ़ थाना प्रभारी श्रीमती सत्यकला रामटेके का विशेष योगदान रहा। सभी बहिनों को प्रशिक्षण का प्रमाण पत्र दिया गया।
प्रशिक्षण लेने वाली सभी बहिनों ने दीक्षा भी ली। 300 युवक-युवतियों ने दीक्षा ली। एक जोड़ी विवाह सहित लगभग 425 अन्य संस्कार हुए। कार्यक्रम संयोजक श्री बालकराम रत्नमूल ने बताया कि यज्ञ के प्रयाज में 108 गाँवों में दीवार लेखन किया गया। प्रयाज के क्रम में ही विगत जुलाई में 108 वृक्षों की पौध लगाई गई थी और 1000 घरों में धर्मघट की स्थापना की गई थी।