युगचेतना विस्तार का नया उल्लास, नई योजनाएँ
सुदूर सीमान्त प्राप्त अरूणाचल में शक्तिपीठ की सक्रियता
जीरो। अरूणाचल प्रदेश
इन दिनों गायत्री शक्तिपीठ जीरो की सक्रियता से प्रदेश के राजधानी क्षेत्र और आसपास युगऋषि की अखण्ड ज्योति का प्रकाश तेजी से फैल रहा है। शक्तिपीठ से जुड़े अनेक लोगों ने नवरात्र साधना अनुष्ठान सम्पन्न किया। राम नवमी के दिन पाँच कुण्डीय यज्ञ के साथ सभी साधकों ने अपने अनुष्ठान की सामूहिक पूर्णाहुति की।
शक्तिपीठ के परिव्राजक श्री सुधाकर भारद्वाज के अनुसार सुदूर सीमावर्ती क्षेत्र में वेदमाता-देवमाता गायत्री के तेज का यह विस्तार वहाँ हो रहे सतत जनजागरण अभियान का प्रभाव है। शक्तिपीठ पर साप्ताहिक यज्ञ होता है और शक्तिपीठ की टोली प्राय: प्रतिदिन घर-घर यज्ञ, संस्कार, दीपयज्ञ के कार्यक्रमों के माध्यम से लोगों को आत्मकल्याण एवं लोकमंगल के पथ पर बढ़ने की प्रेरणा दे रही है।
बाल संस्कार शाला
परिव्राजक श्री सुधाकर भारद्वाज ने बताया कि उनके द्वारा शक्तिपीठ पर बाल संस्कार शाला भी चलाई जाती है।