पुरस्कार, प्रशिक्षण, सम्मान की त्रिवेणी बही
महाकाल की मंगलमयी
योजना में भागीदारी के
सौभाग्य की याद दिलाई।
उज्जैन। मध्य प्रदेश गायत्री शक्तिपीठ उज्जैन पर 30 जून 2024 को आयोजित तीन कार्यक्रमों के माध्यम से पुरस्कार, प्रशिक्षण और सम्मान की त्रिवेणी बही। प्रथम सत्र में मातृशक्ति अखंडदीप श्रद्धा संवर्धन उप यात्रा में सहयोगी 75 कार्यकर्त्ताओं को स्मृति चिन्ह और प्रशस्ति पत्र प्रदान कर सम्मानित किया गया। दूसरे सत्र में भारतीय संस्कृति ज्ञान परीक्षा 2023 में जिला स्तर पर अग्रणी रहे 24 विद्यार्थियों को पुरस्कृत किया गया। अंतिम तृतीय सत्र में जिले के युवा कार्यकर्त्ताओं की प्रशिक्षण कार्यशाला आयोजित हुई। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि उज्जैन उपजोन समन्वयक श्री महेश आचार्य थे। उन्होंने अपने उद्बोधन में र्यकर्त्ता और विद्यार्थी सभी को विनम्रता और कड़ी मेहनत के साथ सतत आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया। उन्होंने कहा कि सम्मान पाकर अभिमान न हो, पुरस्कार पाकर विराम का विचार न उपजे तथा प्रशिक्षण के बाद सतत प्रैक्टिस के साथ प्राप्त विद्या को व्यवहार में लाया जाए, इसी में इनकी सार्थकता है। कार्यशाला की प्रमुख वक्तता डॉ. श्रीमती नीति टंडन थीं। उन्होंने कहा कि युग निर्माण परिवार के युवाओं को महाकाल की मंगलमयी योजना में हाथ बँटाने का सुअवसर प्राप्त हुआ है। जो सौभाग्य आपको प्राप्त हो रहा है, उसमें अपने साथियों को भी शामिल कीजिए। प्रश्नोत्तरी से युक्त कार्यशाला में श्री राम प्रसाद सरिया, श्री बलराम जी पटवारी, श्री महेश बडिया, श्री श्याम पाटीदार, श्री मुकेश पाटीद पद्मा गोथरवाल ने भी विचार व्यक्त किए।