अत्यंत आकर्षक और लोकप्रिय था दम्पति शिविर
‘दो शरीर, एक प्राण’ के ध्यान से भावविभोर हुए युगल
बलरामपुर। उत्तर प्रदेश
गायत्री शक्तिपीठ बलरामपुर पर 8 सितम्बर, रविवार को प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ उत्तर प्रदेश के संयोजन में दंपति शिविर का आयोजन सम्पन्न हुआ। प्रांतीय युवा प्रकोष्ठ के प्रतिनिधि कैलाश नारायण तिवारी, प्रभाकर सक्सेना और जय प्रकाश वर्मा ने दाम्पत्य जीवन की गरिमा और महिमा पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि विवाह के समय ली गई प्रतिज्ञाओं के अनुरूप परिवार निर्माण के सूत्रों को भली भाँति समझा और निभाया जा सके, तो अपना घर ही नहीं, पूरा समाज सुख, शान्ति, समृद्धि और प्रगति की ओर अग्रसर होता जाएगा। मंचासीन गणमान्यों ने उपस्थित सभी युगलों से विवाह के समय ली गई पति, पत्नी की अलग-अलग प्रतिज्ञाएँ दोहरवाइर्ं। पति-पत्नियों ने परस्पर पुष्पहार पहनाकर दैनंदिन जीवन में आपस में प्रेम, सौजन्य और सहकार बनाए रखने का आश्वासन दिया। पति-पत्नियों ने एक-दूसरे का हाथ पकड़ कर दो शरीर एक प्राण की अनुभूति का ध्यान भी किया। अनेक दम्पतियों ने अपने भाव व्यक्त करते हुए ध्यान के इस प्रयोग को अभूतपूर्व अनुभव बताया। गायत्री शक्तिपीठ के ट्रस्टी के.के. तिवारी ने शक्तिपीठ पर प्रतिवर्ष एक बार इसी तरह के दम्पति शिविर का आयोजन किये जाने की घोषणा की।